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राज शमानी की कहानी: नारियल बेचने वाले पिता के बेटे से 200 करोड़ रुपये के उद्यमी तक।

राज शमानी की कहानी सिर्फ सफलता की नहीं, बल्कि संघर्ष, सीख और लगातार मेहनत की मिसाल है। एक समय ऐसा था जब उनके पिता सड़कों पर नारियल बेचकर परिवार का पेट पालते थे, और वही बच्चा आगे चलकर TEDx मंचों पर भाषण देने वाला मोटिवेशनल स्पीकर और 200 करोड़ रुपये के कारोबार का मालिक बन गया। आज राज शमानी डिजिटल मीडिया की दुनिया में एक ऐसा नाम हैं जिसे न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के युवा जानते हैं। बड़े बिजनेस आइकॉन, फिल्म स्टार और उद्योगपति अपने अनुभव साझा करने के लिए उन्हें चुनते हैं, लेकिन उनकी यात्रा आसान नहीं रही।

राज शमानी कौन हैं?

राज शमानी एक भारतीय उद्यमी, कंटेंट क्रिएटर, स्पीकर और निवेशक हैं। वे ‘शमानी इंडस्ट्रीज’ के संस्थापक हैं और संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे कम उम्र के स्पीकर्स में से एक हैं। उनके पास 200 से अधिक बड़े मंचों पर भाषण देने का अनुभव है। राज अविवाहित हैं और उनका परिवार लंबे समय से साबुन और घरेलू उत्पाद बनाने के व्यवसाय में जुड़ा रहा है। उनकी ऊंचाई 5 फीट 5 इंच है, और उनके बाल और आँखें काले रंग की हैं। उन्होंने इंडौर के नेशनल पब्लिक स्कूल से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की और आगे BBA और MBA की डिग्री हासिल की। उनके शौक यात्रा करना, जिम करना और नई चीजें सीखना हैं।

प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक संघर्ष

राज शमानी का जन्म 29 जुलाई 1997 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ। उनका परिवार मूल रूप से राजस्थान से था, जो बेहतर काम की तलाश में इंदौर आया था। आर्थिक रूप से उनका परिवार मजबूत नहीं था और जीवन यापन पूरी तरह उनके पिता की कमाई पर निर्भर था। उनके पिता कभी नारियल बेचकर घर का पेट पालते थे। 1990 के दशक में उनके पिता ने ‘जादूगर’ नाम से एक डिशवॉशर उत्पाद बनाने की छोटी शुरुआत की। धीरे-धीरे परिवार ने इसे संभालना शुरू किया। लेकिन 2013 में उनके पिता को डायबिटीज की गंभीर समस्या हुई, जिससे घर की आर्थिक स्थिति फिर से हिल गई। उस समय राज केवल 16 साल के थे और परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई।

स्कूल में औसत छात्र होने के कारण कई लोग उन्हें “बेकार बच्चा” कह देते थे। अंग्रेज़ी बोलने में कमजोरी के कारण पब्लिक स्पीकिंग उनके लिए कठिनाई थी। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को सुधारने का निर्णय लिया।

उद्यमिता की दिशा में पहला कदम

राज ने पिता की बीमारी के बाद 10,000 रुपये उधार लेकर अपना पहला उत्पाद बनाने का निर्णय लिया। साबुन या डिशवॉशर बनाने का उन्हें कोई अनुभव नहीं था, लेकिन उन्होंने ट्यूटोरियल्स और पिता के मार्गदर्शन से खुद सीखना शुरू किया। बचपन से ही उन्हें कहानियाँ सुनाने और कुछ अलग करने का जुनून था, और इसी जुनून ने उन्हें आगे बढ़ाया।

जादूगर ड्रॉप की शुरुआत

2013 में, जब उनके पिता का व्यवसाय ठप हो गया, राज ने जिम्मेदारी उठाई और अपने पिता से ₹10,000 उधार लेकर डिशवॉशिंग लिक्विड बनाने का काम शुरू किया। ज्ञान की कमी के बावजूद उन्होंने लगातार प्रयोग किए, ट्यूटोरियल्स देखे और अपने पिता से मार्गदर्शन लिया। उसी साल उन्होंने अपना पहला उत्पाद ‘जादूगर ड्रॉप’ लॉन्च किया।

वास्तविक चुनौती थी इसे बेचने की। राज घर-घर जाकर लोगों को प्रोडक्ट दिखाते, अपनी कहानी साझा करते और मुफ्त में 500 ml की बोतलें देते। उनकी रणनीति थी कि छोटी बोतल लोग फेंक देते हैं, लेकिन बड़ी बोतल का इस्तेमाल जरूर करेंगे। इस सोच और कम कीमत (45 रुपये में उपलब्ध) के कारण उनका उत्पाद बाजार में अन्य बड़ी कंपनियों के मुकाबले जल्दी लोकप्रिय हुआ।

महिलाओं के माध्यम से कारोबार का विस्तार

राज ने महिलाओं को घर से आय का अवसर देने का अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने उन महिलाओं से संपर्क किया जो घर पर बैठकर काम करना चाहती थीं और उन्हें 25% कमीशन पर उत्पाद बेचने का मौका दिया। इस पहल से महिलाओं को कमाई का साधन मिला और जादूगर ड्रॉप की पहुँच तेजी से बढ़ी। धीरे-धीरे मीडिया ने इस पहल पर ध्यान दिया और राज का काम पहचान बनाने लगा।

अंतरराष्ट्रीय मंच तक की सफलता

2015 में राज शमानी को संयुक्त राष्ट्र के युवा कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। इसके बाद 2016 तक वे वैश्विक मंचों पर मोटिवेशनल भाषण देने लगे और TEDx के चार मंचों पर अपने विचार साझा कर चुके थे। इसके बाद उन्होंने अपनी और पिता की कंपनियों को मिलाकर ‘शमानी इंडस्ट्रीज’ की स्थापना की, जो कुछ वर्षों में 200 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली FMCG कंपनी बन गई।

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पॉडकास्ट और मीडिया में योगदान

राज को पहले पब्लिक स्पीकिंग से डर लगता था क्योंकि वे धाराप्रवाह अंग्रेज़ी नहीं बोल पाते थे। लेकिन उन्होंने लगातार अभ्यास किया, अंग्रेज़ी सीखी और संवाद कौशल में सुधार किया। 2021 में उन्होंने अपना पॉडकास्ट “Figuring Out with Raj Shamani” शुरू किया। यह आज भारत में सबसे लोकप्रिय व्यावसायिक पॉडकास्ट में शामिल है। उन्होंने बिल गेट्स, विजय माल्या, आमिर खान समेत कई हस्तियों का इंटरव्यू किया, जिससे उनकी पहचान और भी व्यापक हुई।

2022 में उन्होंने अपनी किताब “Build Don’t Talk” लिखी और 2023 में फोर्ब्स पत्रिका के कवर पर दिखाई दिए।

ब्रांड एंबेसडर के रूप में पहचाना जाना

ASUS ExpertBook ने राज शमानी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया, जिससे वह भारत के पहले कंटेंट क्रिएटर बने जिन्हें किसी कंपनी ने चुनकर प्रचार के लिए लिया। इस साझेदारी का उद्देश्य युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित करना था।

सोशल मीडिया और कंटेंट क्रिएशन पर प्रभाव

राज के Instagram पर लाखों फॉलोअर्स हैं और उनके कई वीडियो करोड़ों व्यूज पा चुके हैं। वे YouTube पर “Figuring Out” चैनल चलाते हैं और अपनी स्टोरीटेलिंग के जरिए युवाओं को बिजनेस, फाइनेंस और सेल्फ ग्रोथ में प्रेरित करते हैं। उन्होंने “Figuring Out Academy” भी शुरू की है, जहां वे स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों को बिजनेस की ट्रेनिंग देते हैं।

निवेशक और सलाहकार के रूप में योगदान

राज शमानी केवल कंटेंट क्रिएट नहीं करते, बल्कि वे कई स्टार्टअप्स में एंजेल निवेशक और सलाहकार भी हैं। उन्होंने Growth School, Classplus, Mainstreet, Avalon Scenes और Dezerv जैसे स्टार्टअप्स में निवेश किया और युवा उद्यमियों को फंडिंग, नेटवर्क और सही दिशा प्रदान की।

संकट में नवाचार: COVID-19 के दौरान

2020 के लॉकडाउन के दौरान उनकी कंपनी में 400 कर्मचारी थे और हालात कठिन थे। राज ने इस चुनौती को अवसर में बदला और सैनिटाइज़र तथा कीटाणुनाशक उत्पाद लॉन्च किए, जिससे कंपनी और कर्मचारियों दोनों को फायदा हुआ। उनका मानना है कि “शून्य से शुरू करो, लेकिन सीखते रहो। वही सीख आपको लाखों लोगों से आगे कर देगी।”

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राज शमानी की कहानी यह साबित करती है कि कठिन हालात भी इंसान की मेहनत और सीखने की इच्छा को रोक नहीं सकते। नारियल बेचने वाले पिता का बेटा आज भारत का सबसे प्रभावशाली पॉडकास्टर, उद्यमी और कंटेंट क्रिएटर बन चुका है और करोड़ों युवाओं को प्रेरित कर रहा है।


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